Dr. ROY MEDICAL HALL
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सिफलिस एक बैक्टीरिया जनित संक्रमण है जो आम तौर पर यौन संपर्कों से फैलता है। यह रोग आपके जननांगों, त्वचा और श्लेष्मा झिल्ली को प्रभावित करता है लेकिन यह आपके शरीर के अन्य भागों को भी शामिल कर सकता है, जिसमें आपका दिमाग और दिल भी शामिल है।
"पॉक्स" वह नाम है जिससे सिफलिस पहले जाना जाता था, पहली बार 1490 में यूरोप में दिखा था, इसने एक ऐसी महामारी का रूप ले लिया था, जिसने जबरदस्त डर और गलतफहमी पैदा कर दी थी और इसके चलते इस बीमारी से पीड़ित लोगों को आम तौर पर प्रतिबंधित कर दिया गया था, और तो और अस्पतालों में भी उनका प्रवेश बंद कर दिया गया था। लगभग 500 साल के बाद जब प्रभावी उपचार ढ़ूंढ़ा गया, सिफलिस से पीड़ित लोगों में से अधिकांश, गंभीर फोड़ों, दर्द, बर्बादी और मौत से पीड़ित रहे और तो और अक्सर शर्म व सामाजिक बहिष्कार से भी पीड़ित रहे। हलांकि शिक्षा की कमी और असुरक्षित सेक्स ने सिफलिस के मामलों में नयी वृद्धि कर दी है और यह बीमारी 2001 से फिर से बढ़ रही है।
चिह्न तथा लक्षण
सिफलिस के चिह्न व लक्षण तीन चरणों में होते हैं - प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक
प्राथमिकः:- शुरुआत होने के 10 दिनों से तीन माह के अंदर दिख सकते हैं:-
राथमिक सिफलिस आम तौर पर बिना उपचार के समाप्त हो जाता है लेकिन भीतरी तौर पर रोग बना रहता है और द्वितीयक या तृतीयक चरण में फिर से उभर सकता है।
वितीयक:-फोड़ों के दिखना बंद होने के तीन से छः सप्ताह के बाद सिफलिस शुरु हो सकता है और इसमें निम्नलिखित शामिल हो सकता है: -
ये चिह्न और लक्षण दो सालों तक आते जाते रह सकते हैं। कुछ लोगों में भीतरी सिफलिस कही जाने वाली अवधियां, द्वितीयक चरण के बाद हो सकती हैं, जिनमें कोई लक्षण मौजूद नहीं होते हैं तथा रोग संक्रामक नहीं होता है। ऐसा हो सकता है कि चिह्न और लक्षण कभी-भी वापस न आयें या रोग तृतीयक चरण में प्रवेश कर जाये।
तृतीयक:- उपचार के बिना, सिफलिस बैक्टीरिया फैल सकता है, जिसके कारण बरसों बाद भीतरी अंगो की गंभीर क्षति या मौत भी हो सकती है, तृतीयक सिफलिस के कुछ चिह्नों और लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हैं: -
कारण, जोखिम कारक तथा जटिलताएं
सिफलिस अपने प्राथमिक तथा द्वितीयक चरणों में संक्रामक है। ट्रेपोनेमा पैलिडम, वे बैक्टीरिया जनित जीव हैं जो सिफलिस पैदा करते हैं और आपके शरीर में छोटी मोटी चोटों या त्वचा की खरोचों अथवा श्लेष्म झिल्लियों के माध्यम से आपके शरीर में प्रवेश करते हैं। इनके फैलने का सबसे आम तरीका, किसी पहले से संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संबंधों के दौरान संपर्क है। संक्रमण के अन्य मार्गों में संक्रमित रक्त लेना, सक्रिय घाव वाले के साथ असुरक्षित नज़दीकी संपर्क (जैसे चुंबन से) और गर्भावस्था के दौरान माँ से होने वाले बच्चे को रोग होना शामिल है।
ट्रेपोनेमा पैलिडम प्रकाश, हवा और तापमान में परिवर्तन के प्रति बहुत संवेदनशील होता है। यह केवल मानव शरीर में रह सकता है।
उच्च जोखिम वाली यौन गतिविधियां आपको सिफलिस तथा अन्य यौन संचारित रोगों (STD) का खतरा पैदा करती हैं। वे लोग जो असुरक्षित यौन संबंध करते हैं वे विशेष रूप से खतरे में होते हैं। 2000 के बाद से सिफलिस केवल पुरुषों में बढ़ा है और आधे से अधिक सिफलिस संक्रमित लोग मानव इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस(HIV) से भी संक्रमित पाये गये हैं।
कोई भी व्यक्ति जो असुरक्षित यौन संबंध बनाता है सिफलिस से संक्रमित होने का जोखिम उठाता है। यदि आपको पहले सिफलिस हुआ था और इसका उपचार भी किया गया था तो भी आप इससे फिर से संक्रमित हो सकते हैं।
यदि आप गर्भवती हैं तो, इस बात की संभावना है कि सिफलिस आपके होने वाले बच्चो में भी हो। वह रक्त जिसमें बैक्टीरिया शामिल हैं वह प्लेसेंटा के माध्यम से फेटस में पहुंच जाता है। गर्भवती महिलाएं जिनको सक्रिय, गैर उपचारित सिफलिस होता है उनमें से आधी महिलाओं के पैदा होने वाले वच्चों को यह रोग हो सकता है और लगभग एक चौथाई से आधी गर्भवती महिलाओं को गर्भपात हो जाता है। यदि आपका बच्चा जन्म से सिफलिस से पीड़ित है तो इस रोग के चिह्न जन्म के समय दिख सकते हैं या तब दिख सकते हैं जब आपका बच्चा 2 सप्ताह से 3 माह की उम्र के बीच का हो जाये।.
सिफलिस के साथ पैदा हुये वे बच्चे जिनका शुरुआत में इलाज नहीं होता है, आगे चलकर गंभीर जटिलताओं का शिकार हो सकते हैं, जिनमें निम्नलिखित शामिल है: -
सिफलिस पीड़ित लोगों को HIV से संक्रमण का दो से पांच गुना तक अधिक खतरा होता है। सिफलिस के घाव यौन संबंधों के दौरान HIV को आपके रक्त में आसानी से जाने का मार्ग प्रदान करते हैं।
रोकथाम
सिफलिस तथा अन्य यौन संचारित रोगों का जोखिम करने के लिये सुरक्षित यौन संबंधों को अपनाइये।
यौन संबंधो को एकल व गैरसंक्रमित सहयोगियों तक सीमित रखिये।
यदि आपको अपने यौन सहयोगी की STD स्थिति की जानकारी नहीं है तो हर बार कंडोम (निरोध) का इस्तेमाल करिये।
बहुत अधिक शराब या नशीली दवाओं के सेवन से बचिये जो निर्णय लेने की क्षमता पर असर डालते हैं और असुरक्षित न संबंधों की ओर ले जाते हैं।
चिकित्सा सलाह कब ली जाय
यदि आपके जननांग क्षेत्र में कोई दर्द करने वाला घाव या आपके जांघ व पेट की जोड़ वाली जगह पर बढ़े हुये लिंफ नोडेस है तो डॉक्टर से मिलिये। ये सिफलिस के लक्षण हो सकते हैं।
सिफलिस की आरंभिक अवस्था में उपचार गंभीर, दीर्घ अवधि रोग तथा रोग के विस्तार से बचाव करता है।
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